ईश्वर हम सभी को समान अवसर प्रदान कर्ता है। यह हम पर निर्भर कर्ता है कि हम उस अवसर का कितना उपयोग कर पाते हैं। बाद मे सिर्फ पछताने के अलावा कुछ नहीं बचता। कबीर दास ने ठीक ही कहा है - अब पछताबत होता क्या, जब चिडिया चुग गयी खेत। इस लिए हमे चाहिए कि हम समय का पुरा पुरा लाभ उठायें ताकि कल हमे पछताने और अफसोस करने कि नौबत न आये। परिवर्तन संसार का नियम है और इतिहास गवाह है कोई भी व्यक्ति कितना भी शक्तिशाली क्यो ं न रहा हो, समय बदलते ही उसे अर्श से फर्श पर आने मे देर नहीं लगी।
इसलिए बुद्धिमानी इसी में है कि हम अवसर कि ठीक ठीक पहचान करें और उसका पूरा पूरा फायदा उठायें।
इसलिए बुद्धिमानी इसी में है कि हम अवसर कि ठीक ठीक पहचान करें और उसका पूरा पूरा फायदा उठायें।
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