Sunday 6 August 2017

किसी को कुछ बहुमूल्य सौगात देनी हो तो अपना कीमती समय दीजिये।

          मौजूदा परिवेश में  अधिकांश व्यक्तियों ने अपने जीवन को बेहतर एवम सुखमय बनाने और बड़ा नाम कमाने की महत्वकांक्षा में बढ़िया मकान, चार पहिया वाहन, उच्च स्तर की जीवन बिताने की सुख सुविधा और तगड़ा बैंक बैलेंस जुटा लिया है, परन्तु इस मनी मेकिंग मशीन बनने की प्रक्रिया में अपनी रात की नींद और दिन का सुख चैन खो दिया है।                      जीवन की इस आपाधापी में हमने एक चीज़ और भी खो दिया है, और वह चीज़ है- अपने लोगों के लिए समय को देना।
               हाँ मित्रों, यह सही है कि आज हमारे पास हर वह चीज़ है जिससे जीवन में भौतिक सुख सुविधा मिल सके, सिवाय की हमारे रिश्ते नातों का। हर वह व्यक्ति, जो हमारे लिए अनमोल होना चाहिए था, आज हमसे दूर है। थोड़ी सी निगाह डालने पर आप खुद यह पाएंगे की कई एक रिश्ते नातेदारों से बात किये या भेंट मुलाकात किये,एक दूसरे के घर आये गए एक अरसा बीत गया है। जीवन की चूहा रेस में हमने कभी इस ओर ध्यान भी नहीं दिया।
              यह सही है कि आज के समय में खुद के अति सीमित परिवार की देखरेख ही जहां अति कठिन हो गयी हो, वहां दूर के रिश्तेदारों के लिए कितना समय मिल पायेगा? लेकिन यकीन मानिए मित्रों, यही रिश्ते नाते हमारी असली जमा पूंजी है।जीवन में सुख- दुख,रुपया - पैसा, पद-प्रतिष्ठा सब आता जाता रहेगा, क्योंकि यह अस्थायी  है, परन्तु ये रिश्ते नाते तो स्थायी है।
                  अतः यदि किसी को कुछ अविस्मरणीय चीज़ देनी है तो समय दीजिये। उधार मैं दी गयी रुपया पैसा तो लौटाया जा सकता है,परन्तु समय नहीं। इन रिश्ते नातो को सहेजिये। ये अनमोल है। समय निकालकर एक दूसरे का हालचाल पूछिये। मौका मिले तो आइए जाइये। भले ही थोड़े समय के लिए ही कयूं न हो। अगर कोई आपसे मिलने आया हो तो प्यार और आत्मीयता से मिलिए,क्योंकि लोगों के पास समय का घोर अभाव है, पता नहीं अगली बार उसे फिर समय मिले या न मिले।आभासी दुनिया में तकनीक ने हमें जहां एक दूसरे से निकट मिलाया है, वास्तविक दुनिया में हम एक दूसरे से उतने ही दूर हो गए है।
            अत्यंत प्रेंम और कोमल भावनाओ से भरी इक प्यारी सी पाती तो दुनिया से विलुप्त ही हो गया है। पर अगर समय मिले तो इसमें कंजूसी मत कीजिये।ये प्रेम से भरी पाती दो दिलो के बीच की चौड़ी दरार को मधुर और कोमल भावनाओ के मलहम से भर कर दो व्यक्तियों के जीवन में संगीत का स्वर भर देगा। गलतफहमियों को दूर करने का यह एक बेहतर माध्यम है, जिसमे हम विस्तार से अपना पक्ष रख सकते हैं। गलती महसूस होने पर माफी भी मांगी जा सकती है तथा जहां  गलतफहमियों के कारण मिलने जाना असंभव लग रहा हो, वहां यह एक पुल का काम भी करेगा।
        आपसी रिश्ते को प्रगाढ़ बनाने का सबसे बेहतर माध्यम एक दूसरे को समय देना ही है।

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