Friday 8 February 2019

मतांतरण का प्यारा सा तरीका लव जिहाद।

               सर्वे भवन्तु सुखिनः, सर्वे सन्तु निरामया। सर्वे भद्राणि पश्यन्तु, मा कश्चित दुख भाग भवेत तथा वसुधैव कुटुम्बकम यानी पूरी वसुधा हमारी कुटुम्ब है,हमारी हिन्दू संस्कृति का मूल उद्देश्य है। जहां हम सभी धर्मों को सत्य मानकर उनका आदर करते हैं तथा विभिन्न मत मतांतर और भिन्नता के वावजूद सभी लोगों से मित्रवत व्यवहार करते हुए उनके विचारों का सम्मान करते है। एक हिन्दू किसी का मतांतरण करने के बारे में कभी नहीं सोचता। लेकिन एक विशेष धर्म पृथ्वी को विशेष धर्म मानने वालो के हिसाब में दो भागों में बाटता है और उस धर्म वालो से कहता है कि दारुल इस्लाम वालो का फर्ज है कि मार काट, भय, उत्पीड़न,या फिर प्रेंम से अपने धर्म मे लोगों को मतांतरित करो और पूरी पृथ्वी को एक धर्म इस्लाम के झंडे के नीचे लाओ। इस पुनीत कार्य को जिहाद कहते है, जिस कार्य मे मारे भी गए तो अल्लाह जन्नत के साथ 72 हूरों यानी लड़कियां के साथ ऐयासी करने को देगा और अगर जिंदा रहे तो राजनीतिक रूप से सत्ता अपने पास होगी,धन सम्पति होगी, ऐयासी करने के लिए दूसरे धर्म की महिलाएं होगी आदि आदि। यहां धर्म के नाम पर पाप कुछ भी नहीं है, मतांतरित करना ही पूण्य है। इस मतांतरण के विभिन्न तरीकों में एक तरीका है भोली भाली हिन्दू लड़कियों को प्यार के नाम पर फांसना और उसे इस्लाम मे लाना। यह कार्य लव जिहाद कहलाता है, जिसके लिए बाकायदा रेट फिक्स है और मुस्लिम देशों से धन भेजा जाता है एजेंटों को।
हमारा हिंदुस्तान सन 1000 ईसवी से आज तक तलवार से लेकर प्यार तक द्वारा जिहाद से सामना कर रहा है, जिसमे हम आत्ममुग्ध होकर, एक दूसरे का पैर खीचते हुए, जातिगत अभिमान में सीना फुलाये सोये हैं और वे लोभ, भय,उत्पीड़न,प्यार द्वारा बहुत कुछ सफल। हमारे ही भाई मतांतरित होकर हमारे विरुद्ध तलवार खिंचे हुए है, हमारी बहने प्यार के नाम पर ठगी जा रही और हम उनका व्यक्तिगत मामला मानकर चुप रहते हैं।
इनके प्रति हिन्दू लड़कियों को जागरूक करना हमारा फर्ज होना चाहिए।
हमारा आग्रह है अपने दायरे को बढाइये। खुद भी जगगरुक बनिये और लोगों को जगाइए।
अगले लेख में बताऊंगा लव जिहाद का तरीका और फिक्स किया गया रेट के बारे में ।
धन्यवाद।
जन जागरूकता के लिए इसे लोगो को  फारवर्ड कर सकते हैं।

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