Sunday 24 December 2017

ताजमहल नहीं तेजोमहालय बोलिये श्रीमान.....

तेरह बीवी भोग के, पाई थी मुमताज !
बच्चे चौदह जन दिये, पूर्ण हुआ ना काज !!

शहंशाह का हरम भी, रहा सदा गुलजार !
मरने पर मुमताज के, साली का उद्धार !!

ऐसी कामी वासना, को कहते हो प्यार  !
लज्जा में  डूबो मियाँ, तुमको है धिक्कार !!

नाम रहा तेजोमहल, शिव शंकर का धाम !
कब्र बनाकर दे दिया, ताज महल का नाम !!

इस से बढ़कर विश्व में, दूजा ना  परिहास !
महिमा मंडित क्रूरता, लिख झूठा इतिहास !!

अब तो लगनी चाहिये, इसपर कड़ी नकेल !
इस क्रूर इतिहास का, बंद करो अब खेल !!
इसी सम्बन्ध में पढिये डॉक्टर सुब्रमनियम स्वामी के शब्दों में किसकी जमीन पर बना है ताजमहल।
*जयपुर के राजाओं से हडपी जमीन पर बनाया गया है ताजमहल : सुब्रमणयम स्वामी*

भाजपा सांसद सुब्रमणयम स्वामी ने कहा है कि, उनके पास ऐसे दस्तावेज हैं, जो ये बताते हैं कि, जिस संपत्ति पर ताजमहल बना है वो मुगल सम्राट शाहजहां ने जयपुर के राजाओं से हड़पी थी ।

स्वामी ने बताया कि, इस बात के सबूत ऑन रिकॉर्ड मौजूद हैं कि, शाहजहां ने जयपुर के राजा-महाराजाओं को उस जमीन को बेचने पर मजबूर किया था, जिस पर ताजमहल खड़ा है । और मुआवजे के तौर पर उन्हें गांव दिए गए, जो कि, उस संपत्ति की किमत के आगे कुछ भी नहीं है, जिस पर ताजमहल बना है ।

स्वामी द्वारा किए गए इस खुलासे की जांच होनी चाहिए। साथ ही कर्इ इतिहासकारों ने भी कहा है कि, ताजमहल पहले तेजोमहालय था। इसपर भी संशोधन होना आवश्यक है ।

*विस्तृत पढे* - https://www.hindujagruti.org/hindi/news/113930.html

*To establish Hindu Rashtra, Join @* Hindujagruti.org/join
👇

No comments:

Post a Comment