Sunday 24 December 2017

जिहादियों से घिरा समाज।

भारतीयों, जागो ! समझो कि महानता शून्य में नहीं पनपती [ जिहादियों से घिरा समाज ]


महानता क्या है? क्या कोई गुण विशेष महानता है?
नहीं। महानता शून्य में नहीं पनपती।

अविद्या से घिरे समाज में विद्या महानता है।
वासना से डूबे समाज में संकल्प का बल महानता है।

सर काटने वाले जंगली जिहादियों के बीच वीरता महानता है।
जिहादियों से घिरे समाज में बैठ कर विद्या का अभिमान नहीं किया जा सकता।

पाकिस्तान बगल में हो तो सॉफ्टवेयर निर्यात करने को महानता नहीं समझा जा सकता।
– नयी युद्ध नीति,
– विध्वंसक हथियार,
– आक्रामक लड़ाके और
– प्रतिशोध का संकल्प,
यही हिन्दुस्तान को आने वाले समय में जिंदा रखेगा।
ज़िंदा रहेंगे तो सॉफ्टवेयर भी निर्यात करेंगे।

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